पवित्र बाइबल : रोमियो 12:1~2, 16~17 6/3/2022
विषय : आनंद करो खुदा को रविवार की सुबह आराधना
1 इसलिये हे भाइयों , मैं तुम से परमेश्वर की दया स्मरण दिला कर बिनती करता हूं , कि अपने शरीरों को जीवित , और पवित्र , और परमेश्वर को भावता हुआ बलिदान करके चढ़ाओ : यही तुम्हारी आत्मिक सेवा है। 2 और इस संसार के सदृश न बनो ; परन्तु तुम्हारी बुद्धि के नये हो जाने से तुम्हारा चाल -चलन भी बदलता जाए , जिस से तुम परमेश्वर की भली , और भावती , और सिद्ध इच्छा अनुभव से मालूम करते रहो॥ 16आपस में एक सा मन रखो; अभिमानी न हो; परन्तु दीनों के साथ संगति रखो ; अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न हो। 17बुराई के बदले किसी से बुराई न करो ; जो बातें सब लोगों के निकट भली हैं , उन की चिन्ता किया करो।
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वहाँ एक लड़का था। लड़के को पढ़ाई से नफरत है। इसलिए वह घर से भाग गया।
लड़का डेगू में रहता था , लेकिन वह घर से भागने के बाद व्यापार करने के लिए येओसु और जिओला सुनचेन में घूमता रहा। उन दिनों सब चीजों कीमती था। इसलिए उन्होंने ‘ डोंगडोंग गुरीमो ’ नामक सौंदर्य प्रसाधन भी बेचे और चूंकि विविध सामान कीमती थे , इसलिए उन्होंने विविध सामान भी बेचा। लेकिन इस तरह का काम करके गुजारा करना मुश्किल था। इसलिए लड़का डेढ़ साल बाद घर जाने का फैसला करता है।
उसने फैसला किया कि वह इसे अब और नहीं झेल सकता। फिर वह येओसु से टोंगयेओंग के लिए एक नाव लेता है , और टोंगयेओंग से डेगू तक , कुछ दिनों के लिए चलता है और फिर घर लौटता है। उसकी माँ को यह आभास होता है कि उसका बेटा दरवाजे के बाहर खड़ा है। क्यों ? लड़के के घर से निकलने के बाद से ही उसकी मां हर रोज अपने बेटे के लिए दुआ करती थी। और उसे विश्वास था कि उसका पुत्र एक दिन वापस आएगा।